राजकीय सम्मान के साथ हुआ श्री ऊंटवाल का अंतिम संस्कार

श्री मनोहर ऊँटवाल जी का निधन वाल्मीकि समाज को राजनीतिक    क्षति हुई है वाल्मीकि समाज से एक बड़ा सक्रिय नाम  *श्री मनोहर ऊँटवाल* जी शिक्षा बी कॉम जिन्होंने अपनी बेमिसाल प्रतिभा व्यक्तित्व जमीनी मेहनत से स्वयं के नाम के साथ साथ इस  सेवाभावी  व  राजनीतिक रूप से कमजोर वाल्मीकि समाज के लिये चार बार विधायक,एक बार सांसद लोकसभा,म प्र शासन में मंत्री,म प्र अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष का नाम दिया। व  बी जे पी में  प्रदेश से लेकर देश तक कई पदों को सुशोभित किया उनका निधन वास्तव में वाल्मीकि समाज,उनके क्षेत्र,पार्टी के लिये ही नही प्रदेश व  देश के लिये बड़ी क्षति है।जो कि वाल्मीकि समाज में शीघ्र भरपाई नही हो पाएगी? उन्हें  समाज के लोग काफी उम्मीद व  आशा से देखते थे इसी अपनत्व के कारण कभी कभी कुछ लोग ज्यादा चाह के कारण आलोचना भी करते रहे।उन्होंने बेबाकी से  समाज की बात पार्टी व  सरकार के समक्ष हरसंभव रखी भी  उनके नगरीय प्रशासन मंत्री के चलते न पा,नगरनिगम आदि में अनेक भर्तियां भी हुई।वह बहुत ही विनम्र मिलनसार  व कुशल वक्ता थे लगातार जीतना उनके सार्वजनिक कार्यों का परिणाम था।उनके मंत्री के कार्यकाल में या अन्य समय जब जब हमारी मुलाकात हुई चाहे अशोकनगर के प्रभारी मंत्री के रूप में या  सामाजिक कार्यक्रमों में उनके लायक कार्यों को उन्होंने हर सम्भव दलगत राजनीति से हटकर सहयोग किया सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में बहुत सम्मान दिया और दिलाया उन्हें हम भुला नही पाएंगे। श्री मनोहर ऊंटवाल जी अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे उनकी अंतिम यात्रा में उमडा जन सैलाब उनके व्यक्तित्व व सार्वजनिक जीवन के कार्यों को दर्शाता हैं  श्री ऊंटवाल  धार्मिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहते थे इंदौर में गोगा पंचमी पर श्री ऊंटवाल दवारा महाआरती छप्पन भोग में सम्मिलित होकर 0 3 घंटे देकर समाज को धार्मिक क्षेत्र में ले जाने के लिए प्रेरणा दी श्री बालकृष्ण  बाण परिवार  श्री मनोहर ऊंटवाल जी को सत सत नमन करता है तथा श्रद्धा सुमन अर्पित करता है